आज दिनांक 20 जनवरी 2020 को एक विडियो में राहुल गाँधी ने बीजेपी के जे पी नड्डा के बीच जुबानी जंग हो गई जिसमे भाजपा और कांग्रेस सहित तमाम सोशल मीडिया बंटा हुआ नजर आया.
हुल गाँधी ने यह कहते हुए सभी को चोंका दिया कि ये जेपी नड्डा कौन है ? कोई प्रोफ़ेसर है? वो कौन हैं, क्या वो मेरे प्रोफेसर हैं जो मैं उन्हें जवाब दूं? उनके ऐसे सवालों पर भाजपा के नेता भी कमर कसते हुए उन पर हमलावर हो गए.
जाने जे पी नड्डा ने क्या कहा था ?
इस से पहले भाजपा अध्यक्ष ने सवालों की कतार लगा दी और राहुल गाँधी पर चीन के मामले में झूठ बोलने का आरोप जड़ दिया और कांग्रेस किसानों को उकसाना और बहकाने का काम कब बंद करेगी. यूपीए वाली तत्कालीन सरकार द्वारा स्वामीनाथन रिपोर्ट रोका गया तो क्यों रोका गया और एमएसपी को लागू क्यों नहीं किया गया था ?
दरअसल कोंग्रेस द्वारा की जाने वाली नकारात्मक राजनीती पर भाजपा के नेता खासकर राहुल गाँधी पर बड़े हमले करते रहते है और अक्सर उनकी योग्यता और परिवारवाद और कांग्रेस में आन्तरिक लोकतंत्र नहीं का तंज कसते है. वही राहुल गाँधी भी अपनी टीम को आगे कर उसका जवाब देते हैं.
जनता की किसे परवाह ?
कृषि कानूनों को लेकर दोनों पार्टियाँ बड़े बिजनेस मेन के सपोर्ट में नजर आते हैं और विपक्ष में आने पर उनकी भाषा बदल जाती है. दोनों ही समय आने पर एक दुसरे के पुराने बयान और उनके कार्यकारी क्षेत्र में किसानो की हालत के आंकड़े निकाल कर अपना बचाव करते हैं.
मगर असल किसानो की समस्या का सुलटारा कोई करना नहीं चाहता है. जनता भी रोज रोज के इस झमेले से आहत हो चुकी है. पार्टियों को एक ही स्टेंड ना ले पाने पर अक्सर अपने पुराने बयानों पर शर्मिंदा होना पड़ता है.